जनादेश एक्सप्रेस/नई दिल्ली । ट्विटर ने शनिवार रात करीब 200 कर्मचारियों को निकाल दिया। ये ट्विटर की करीब 2,000 एम्प्लॉई की वर्कफोर्स का 10% है। एलन मस्क, ने अक्टूबर में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का अधिग्रहण किया था, जिसके बाद से लगभग 7,500 कर्मचारियों में से आधे से ज्यादा को निकाल चुके हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है।
पांच वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों ने द न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि कंपनी की इंटरनल मैसेजिंग सर्विस स्लैक को ऑफलाइन कर दिया गया था। इसके जरिए कर्मचारी एक दूसरे के साथ चैट कर सकते थे। शनिवार की रात, कुछ कर्मचारियों ने पाया कि वे अपने कॉर्पोरेट ईमेल अकाउंट और लैपटॉप से लॉग आउट हो गए हैं। रविवार सुबह तक साफ हो गया कि कंपनी ने छंटनी की है।
इस छंटनी में मशीन लर्निंग और साइट रिलायबिलिटी पर काम करने वाले प्रोडक्ट मैनेजर्स, डेटा साइंटिस्ट और इंजीनियर प्रभावित हुए है। कंपनी ने ऐसे कर्मचारियों को भी निकाला है जो किसी न किसी स्टार्टअप के फाउंडर रहे हैं, जिसका अधिग्रहण ट्विटर ने किया था। कंपनियों के अधिग्रहण के कारण इन कर्मचारियों के पैकेज भी काफी ज्यादा थे।
ऐसी ही एक कर्मचारी एस्थर क्रॉफर्ड थीं, जिन्हें नए ट्विटर ब्लू हेड के रूप में नियुक्त किया गया था। क्रॉफर्ड ने स्क्रीन-शेयरिंग और वीडियो चैट ऐप स्क्वाड बनाया था। बीते दिनों उनकी एक तस्वीर भी वायरल हुई थी। वो सिल्वर कलर के एक स्लीपिंग बैग में ऑफिस में ही सोती हुई नजर आई थीं। पिछले साल अक्टूबर में एलन मस्क के ट्विटर संभालने के कुछ ही हफ्तों बाद अपने टास्क को पूरा करने के लिए क्रॉफर्ड ने ऐसा किया था।
एलन मस्क ने 27 अक्टूबर को 44 बिलियन डॉलर की डील में ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद कंपनी के चार टॉप ऑफिशियल्स को निकाल दिया था। इनमें CEO पराग अग्रवाल, फाइनेंस चीफ नेड सेगल और लीगल एग्जीक्यूटिव्स विजया गड्डे और सीन एडगेट शामिल हैं। इसके बाद चीफ मार्केटिंग ऑफिसर लेस्ली बेरलैंड, चीफ कस्टमर ऑफिसर सारा पर्सनेट और ग्लोबल क्लाइंट सॉल्यूशंस के वाइस प्रेसिडेंट जीन-फिलिप महू को बाहर कर दिया गया।