जनादेश एक्सप्रेस/डेस्क। पाकिस्तान पर एक बार फिर से आर्थिक तंगी का बोझ बढ़ने वाला है। दरअसल, पाकिस्तान सरकार अगले पखवाड़े के दौरान पेट्रोलियम की कीमतों में 10-14 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने वाली है।कहा जा रहा है कि संघीय सरकार वैश्विक बाजारों में तेल की बढ़ती कीमतों के कारण पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत बढ़ा सकती है। पेट्रोल की मौजूदा एक्स-डिपो कीमत 272 रुपये प्रति लीटर है, जो कि 286.77 रुपये प्रति लीटर हो सकती है।
पेट्रोल की कीमत में अपेक्षित बढ़ोतरी करों की वर्तमान दर पर आधारित है। सरकार पेट्रोल पर प्रति लीटर 50 पाकिस्तानी रुपये कर वसूलती है। अभी जब देश को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे हालात में दूसरा कोई विकल्प नहीं बच रहा। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से मिलने वाली सहायता को लेकर भी पाकिस्तान की सरकार जरूरी कदम उठा रही है।
कीमतों की अगली समीक्षा में हाई-स्पीड डीजल HSD की कीमतों में कोई बदलाव नहीं की होगा, क्योंकि HSD का वर्तमान एक्स-डिपो मूल्य भी डीजल के अगले पखवाड़े मूल्य के लिए काम करने की तुलना में समान है।
हालांकि, कहा यह भी गया है , “अगर सरकार एक्सचेंज रेट लॉस को एडजस्ट नहीं करती है तो डीजल के दाम 15 रुपये प्रति लीटर तक कम हो सकते हैं।” सरकार ने कीमतों की पिछली समीक्षा में IMF शर्तों के तहत HSD पर पेट्रोलियम लेवी को बढ़ाकर 50 रुपये प्रति लीटर कर दिया और इस पर कोई GST नहीं लगाया। सूत्रों के अनुसार, हालांकि तेल क्षेत्र में काम करने से पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि हुई और HSD में कोई बदलाव नहीं दिखा। फिलहाल, यह सब सरकार पर निर्भर करता है कि वह इन सभी स्थितियों को देखते हुए क्या फैसला लेती है।
वर्तमान परिदृश्य में, पाकिस्तान ने कहा, सरकार के पास पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि इसकी वित्तीय स्थिति पहले से भी अधिक खराब हो चुकी है। सरकार विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए IMF कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने के लिए काफी कोशिश कर रही है।