जनादेश एक्सप्रेस/लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानपुर देहात में हुई घटना को लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि महंगाई के कारण गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन से जूझ रहे राज्य में अब बुलडोजर की राजनीति से मासूम गरीब लोगों की जान जा रही है। दुख की बात है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपना जनविरोधी रवैया बदलना चाहिए। मायावती ने कहा कि कानपुर देहात जिले में अतिक्रमण हटाने के नाम पर हुई ज्यादती व आगजनी की घटना के दौरान झोपड़ी में रहने वाली मां बेटी की मौत हो गई। 24 घंटे बाद उनका शव उठने की घटना ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से ज्यादा चर्चाओं में है। ऐसे में यूपी का जनहितकारी भला कैसे संभव है।
समाजवादी पार्टी का आरोप, ब्राह्मणों उत्पीड़न कर रही भाजपा सरकार
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार में दलितों, पिछड़ों ही नहीं, ब्राह्मणों का भी लगातार उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने कानपुर देहात की घटना का जिक्र करते हुए पार्टी के ब्राह्मण नेताओं को निर्देश दिया है कि जहां भी उत्पीड़न हो वे मौके पर जाएं और जांच कर रिपोर्ट दें। जिलों में ब्राह्मण नेताओं को एकजुट कर सरकार की तानाशाही के खिलाफ आंदोलन शुरू करने के भी निर्देश दिए गए हैं। पटेल ने कहा कि कानपुर देहात के जिला प्रशासन ने अपने कृत्य को छिपाने के लिए सुबह से विधायक अमिताभ बाजपेयी के घर के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया। विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक डॉ मनोज पांडेय अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल को घटनास्थल पर जाने से पुलिस ने रोक दिया गया और अभद्रता की गई। उन्होंने एसडीएम व लेखपाल सहित डीएम के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज कराया और मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग की।