लिवर की सेहत बेहतर रखने के लिए योग-व्यायाम को बनाए लाइफस्टाइल का हिस्सा

जनादेश एक्सप्रेस/नई दिल्ली। शरीर में लिवर का काम है भोजन के पाचन से लेकर पोषक तत्वों के अवशोषण और खून को साफ करना। लिवर शरीर में रसायनों का बैलेंस बनाए रखता है। ऐसे में लिवर का हैल्दी रहना और ठीक तरीके से काम करना जरूरी होता है। लिवर पर होने वाली छोटी सी समस्या का असर पूरे शरीर की सेहत पर पड़ता है। लिवर हैल्दी रहता है तो पाचन तंत्र भी सही रहता है और कई बीमारियों से बचाव होता है।

लिवर हैल्दी रखने के लिए रोजाना पौष्टिक आहार के साथ ही योग-व्यायाम की आदत बनाना जरुरी है। हैल्थ विशेषज्ञों की मानें तो योगासन रोजाना करने से शरीर के बाकी हिस्सों के साथ साथ लिवर की सेहत भी बेहतर बनती है। नियमित योग को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाकर फैटी लिवर डिजीज जैसी गंभीर और घातक बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। लिवर के महत्व, इसकी सेहत को ध्यान में रखते हुए हर साल 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस मनाया जाता है। आइए जानते हैं लिवर को हैल्दी रखने के लिए जरूरी योगासनों के बारे में…


लिवर को डिटॉक्सीफाई करने और सेहत के लिए ‘हलासन’ की आदत बनाएं। हलासन योग रीढ़ की स्ट्रेचिंग के साथ रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने, रक्तचाप में सुधार और ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखने में सहायक है।
लिवर की सेहत के लिए ‘नौकासन’ किया जा सकता है। नौकासन पेट की मांसपेशियों और अंगों को मजबूती देने के साथ ही उन्हें स्वस्थ बनाए रखने में सहायक है। फैटी लिवर कई बीमारियों का प्रमुख कारण माना जाता है। नौकासन के अभ्यास से पेट की चर्बी का जोखिम भी कम हो सकता है।
रोजाना ‘पश्चिमोत्तानासन’ योग लिवर के साथ ही किडनी, अंडाशय को भी स्वस्थ रखने में सहायक है। पश्चिमोत्तासन से शरीर के मध्य भाग की स्ट्रेचिंग में मदद मिलती है। जिन लोगों को लिवर की समस्याएं हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह से पश्चिमोत्तानासन करना चाहिए। इससे लिवर से जुड़ी समस्याओं के लक्षण कम हो सकते हैं।

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