जनादेश/नई दिल्ली: आज की जिंदगी में लोग अपने बढ़े हुए वेट से काफी परेशान हैं। लोग इसके लिए तरह-तरह की कोशिशें भी करते हैं और घरेलू उपाय भी आजमाते हैं। लेकिन आज हम आपको दो ऐसी चीजों के बारे में बता रहे है जिनके इस्तेमाल से वजन कम कर सकते हैं।
सूजी और बेसन का सेवन करने से वजन कम होता हैं। इसका इस्तेमाल हलवा, ढोकला, चीला, उत्तपम, डोसा, लड्डू जैसी स्वादिष्ट डिशेज बनाने के लिए किया जाता हैं। दरअसल सूजी और बेसन दोनों को ही बहुत हेल्दी फूड माना जाता हैं। इनमें न्यूट्रिसियस तत्वों का खजाना होता है। सूजी और बेसन दोनों ही बहुत फायदेमंद हैं।
बेसन और सूजी दोनों आप वेट लॉस के लिए खा सकते हैं लेकिन सबसे बड़ा कंफ्यूजन यह होता है कि तेजी से वजन कम करने के लिए सूजी खाना बेहतर है या फिर बेसन। लेकिन अब इस आर्टिकल के जरिए यह धुविधा भी खत्म हो जाएगी। 100 ग्राम सूजी में 360 कैलोरी होती है और इतने ही अमाउंट में बेसन में 387 कैलोरी होती है।देखे तो सूजी और बेसन दोनों ही कैलोरी के मामले में वेट कम करने में मददगार हैं।
क्या हैं सूजी और बेसन के फायदे
बता दें कि सूजी फाइबर से भरपूर रहती है। शरीर से वजन कम करने के लिए फाइबर एक जरूरी न्यूट्रिएंट है। फाइबर से भरपूर खानों को अपनी डाइट में शामिल करने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे आप बार-बार खाने से बचते हैं। साथ ही सूजी में कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम जैसे कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं। इसमें कैलोरी बहुत कम होती है, जो वजन कम करने में मदद करती है।सूजी के कई और फायदें भी है।
वहीं दूसरी ओर बेसन से शरीर में चर्बी जमा नहीं होती जिससे वजन नहीं बढ़ता। बेसन में भी फाइबर होता है, जो वजन कम करने के लिए बेहद जरूरी न्यूट्रिएंट है। बेसन में मौजूद विटामिंस और मिनरल्स वजन बढ़ने नहीं देते। बेसन को डाइट में शामिल करने से बॉडी में कॉलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहता है।
जानकारी के लिए बता दें कि सूजी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है। इसके साथ ही ग्लूटेन का लेवल भी बढ़ा होता है जिससे ये ग्लूटेन के प्रति कनसर्न लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। तो वहीं बेसन की बात करें तो बेसन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और बेसन ग्लूटेन फ्री होता है। इसके अलावा बेसन में प्रोटीन की भी अच्छी खासी मात्रा पाया जाता है।