पिछले वर्ष से बढ़ा पुरुष और महिला की नसबंदी का ग्राफ

जनादेश/बरेली: जनसंख्या वृद्धि को देश की बड़ी समस्याओं में से एक माना जाता हैं। जिसकी रोकथाम के लिए परिवार नियोजन कार्यक्रम कई वर्षों से आयोजित किए जा रहे हैं। लगातार जिलों में परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए दंपतियों को जागरूक किया जा रहा है। जिसका असर देखने को मिल रहा हैं। महिलाओं के साथ पुरुष परिवार नियोजन अपनाने के प्रति सजग दिख रहे हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2021-22 में जिले भर में महज एक पुरुष ने नसबंदी कराई थी। वहीं, वर्ष 2022-23 के अगस्त तक संख्या आठ तक पहुंच गई। वहीं महिलाओं की बात करें तो पहले महिला नसबंदी की संख्या 376 थी, जोकि वर्ष 2022-23 में अगस्त तक 384 तक पहुंच गई है।

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि अधिक से अधिक दंपति परिवार नियोजन में रुचि लें, इसके लिए प्रत्येक माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन सीएचसी व पीएचसी पर किया जा रहा है। इसके तहत ऐसे दंपति को प्रमुखता दी जाएगी, जिनके दो बच्चे हैं।

दरअसल कई लोग परिवार नियोजन के प्रति आगे आएं हैं। इसके लिए जिला महिला अस्पताल में पीपीसी ओटी तैयार किया गया है। और जल्द शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि यहां केवल नसबंदी के ही ऑपरेशन किए जाएंगे, जिससे मरीजों को घंटों इंतजार न करना पड़े। वर्ष 2022-22 में 4260 महिलाओं ने कॉपर टी लगवाई थी, 2022-23 में ये संख्या 4299 हो गई है। पीपीसीआईयूडी अपनाने वाली महिलाएं वर्ष 2021-22 में 4231 थीं, इस वर्ष 4472 हो गई हैं। गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा लगवाने वाली महिलाएं वर्ष 2021-22 में 3284 थीं, वर्ष 2022-23 में ये संख्या 5399 पहुंच गई है। जिससे यह तो कहा जा सकता हैं कि दंपति परिवार नियोजन के साधन अपनाने में रुचि ले रहे हैं।