जनादेश/डेस्क: देश में पहली बार इलेक्ट्रिक कार से फार्मूला ई रेस होने जा रहा है। बता दे कि इस रेस का मकसद पर्यावरण को बचाने का संदेश देना है। इसी के साथ इस रेस का उद्देश्य ई व्हीकल को बढ़ावा देना भी है। हैदराबाद में होने जा रहे ABB फॉर्मूला ई वर्ल्ड चैंपियनशिप में कुल 11 टीमें हिस्सा लेंगी, जिसमें 2 टीमें भारतीय है। बतातें चलें कि पूरे देश में इलेक्ट्रिक कार को बढ़ावा देने के लिए कई नए प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक व्हीकल की खरीद पर सब्सिडी भी दी जा रही है। इसके बाद से ही भारत में बीते दो तीन साल के दौरान इलेक्ट्रिक व्हीकल के सेगमेंट में तेजी से विस्तार हुआ है।कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इस तरह के आयोजन से देश में ई व्हीकल को बढ़ावा मिलेगा। लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता आएगी। ये एक बड़ा इवेंट है। ग्रीन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए ऐसे इवेंट्स जरूरी है। बायो फ्यूल, ग्रीन हाईड्रोजन ऊर्जा का भविष्य है। इस कार्यक्रम की मदद से पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपनों को साकार करना है।
हालांकि ABB फॉर्मूला ई वर्ल्ड चैंपियनशिप का आयोजन 11 फरवरी को हैदराबाद में होने जा रहा है। शुक्रवार रात को दिल्ली में आयोजित एक रंगारंग कार्यक्रम में इस ‘ई रेसिंग कार’ को लॉन्च किया गया। ये कार 2.7 सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ती है। हैदराबाद ई प्रिक्स देश का पहला नेट जीरो कार्बन मोटर स्पोर्ट्स इवेंट है। बताते चलें कि दुनियाभर में फॉर्मुला वन रेसिंग काफी लोकप्रिय हैं। दुनिया के अधिकतर देशों में इस तरह की कार रेसिंग का आयोजन होता है। भारत में गोतमबुद्ध सर्किट पर इस तरह की रेसिंग हो चुकी है। अब यह पहली बार ई फॉर्मुला रेसिंग होगी, जो अपने आप में बेहद ही आकर्षक है।