जनादेश/ऋषिकेश: एम्स ऋषिकेश ने स्तन कैंसर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया। विशेषज्ञों ने लोगों को स्तन कैंसर के लक्षण व इससे बचाव को जागरूक किया और समय पर चिकित्सकीय सलाह लेने को प्रेरित किया।
बुधवार को एम्स ऋषिकेश ने ढालवाला स्थित एमआईटी संस्थान में स्तन कैंसर जागरूकता अभियान चलाया। एम की नर्सिंग कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. स्मृति अरोरा ने कहा कि स्तन में या स्तन के आसपास गांठ का उभरना, स्तन का रंग लाल होना, स्तन से खून जैसा द्रव बहना, स्तन पर डिंपल बनना, स्तन का सिकुड़ जाना अथवा उसमें जलन पैदा होना तथा पीठ अथवा रीढ़ की हड्डी में दर्द की शिकायत रहना, स्तन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।
चिकित्सक डॉ. अमित सहरावत ने कहा कि समय रहते इस बीमारी के लक्षणों में ध्यान नहीं देने और जागरूकता की कमी के चलते महिलाओं को इसका पता चलने तक शरीर में कैंसर घातक रूप ले चुका होता है। उपचार में देरी और बीमारी को छिपाने से ब्रेस्ट कैंसर जानलेवा साबित होता है। डा. रुचिका ने कहा कि महिलाएं अक्सर इस बीमारी के प्रति जागरूक नहीं रहतीं। लिहाजा जागरुकता के अभाव में औसतन आठ में से एक महिला इस बीमारी से ग्रसित हो जाती है। एम्स में एकीकृत स्तन उपचार केंद्र में इस बीमारी की सघनता से जांच व बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध है।