जनादेश एक्सप्रेस ब्यूरो–
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे 11 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. राजस्थान, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में वोटिंग हो चुकी है और अब हर किसी को नतीजों का इंतजार है. लेकिन हो सकता है कि नतीजों की घोषणा में थोड़ी देरी होगी. इसकी बड़ी वजह ये है कि चुनाव आयोग ने कांग्रेस की वो मांग मान ली है जिसमें उसने वोटों की गिनती के दौरान हर राउंड के बाद परिणाम की जानकारी लिखित में देने की बात कही थी.
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश,राजस्थान में हुए चुनावों में कई जगहों से ईवीएम के खराब होने, बूथ कैप्चरिंग और स्ट्रॉन्ग रूम में गड़बड़ी की शिकायतें आई थीं. जिसके बाद कांग्रेस ने राज्यों और दिल्ली में बैठे चुनाव आयोग को शिकायत की थी और काउंटिंग के दिन परिणाम लिखित में मांगे थे. अब ऐसे में चुनाव आयोग ने मतगणना को लेकर पांच चुनावी राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किया है. चुनाव आयोग के निर्देशों के मुताबिक….
* ऑब्जर्वर और रिटर्निंग अफसर मतगणना के हर चरण के बाद उम्मीदवार के अनुसार नतीजे पर हस्ताक्षर करेंगे
* हर चरण के बाद ब्लैकबोर्ड/व्हाइट बोर्ड पर नतीजे लिखे जाएंगे.
* सार्वजनिक तौर पर हर चरण के बाद नतीजे की घोषणा भी की जाएगी.
* हर चरण के बाद नतीजे की कॉपी सभी उम्मीदवारों को दी जाएगी.
* हर चरण के बाद मीडिया को भी एक-एक कॉपी नतीजे की दी जाएगी.
* एक चरण के बाद दूसरे चरण की मतगणना तभी शुरू होगी जब पिछले चरण की मतगणना पूरी हो जाए और नतीजे को ब्लैकबोर्ड/व्हाइट बोर्ड पर लिख दिया जाए.
आपको बता दें कि चुनाव आयोग मे मतगणना से जुड़े जो ये आदेश दिए हैंं वो पुराने हैं लेकिन आयोग ने अबकी बार इन नियमों को सख्ती से पालन करने के लिए कहा है क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने आयोग पर ईवीएम की गड़बड़ी को लेकर काफी दबाव बनाया था. कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में चुनाव आयोग से मांग की थी की मतगणना की एक चरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही दूसरा चरण शुरू किया जाये. ऐसे में पहले जो बड़ी तेजी से परिणाम आते थे, हो सकता है अबकी बार आपको धीरे-धीरे चुनावों के परिणाम मिलें.