नई दिल्ली, 13 दिसंबर (जनादेश एक्सप्रेस)| विपक्ष द्वारा राफेल सौदे और आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग के साथ गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। पहले स्थगन के बाद पूर्वाह्न 11.20 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से नियमों के अनुसार अपने मुद्दों को उठाने का आग्रह किया और उन्हें चर्चा कराने का भरोसा दिलाने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, “हर दल का अपना मुद्दा है। संसद चर्चा का एक मंच है। नियमों के अनुसार अपने मुद्दों को उठाए, मैं चर्चा की अनुमति दूंगी।”
लेकिन विपक्षी सदस्य नहीं माने। वे अध्यक्ष के आसन के पास चले गए और नारेबाजी करनी शुरू कर दी।
हंगामे के बीच महाजन ने दोपहर 12 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इससे पहले सदन की कार्यवाही लगभग 10 मिनट तक के लिए स्थगित की गई थी।
प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्य सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए।
महाजन ने उनसे शून्य काल में मुद्दों को उठाने का आग्रह किया, लेकिन वे हंगामा करते रहे।
उन्होंने नाम लेते हुए तेदेपा के एक सदस्य को चेतावनी भी दी, लेकिन पार्टी के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग करते हुए विरोध करना जारी रखा।
महाजन ने कहा, “मैं आपको चेतावनी दे रही हूं। अपनी सीटों पर जाएं। आपकी मांगों पर पूरी चर्चा हुई है। पिछले सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था।”
लेकिन तेदेपा के सदस्य अपने हाथों में प्लैकार्ड थामे नारेबाजी करते रहे, जिस पर लिखा था, “हम न्याय चाहते हैं।”
कांग्रेस के सदस्य राफेल सौदे की जांच कराने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए सुने गए। जैसा कि हंगामा जारी रहा, महाजन ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।