– वंसदा (एसटी) सीट से विधायक पटेल को भादंसं की धारा 447 के तहत आपराधिक अतिचार के लिए दोषी पाया
– राहुल गांधी की मानहानि मामला देश की राजनीति और राजनेताओं के आचरण के लिए एक नया मानक स्थापित करने की दिशा में एक नई पहल है
– आरोप-प्रत्यारोप राजनीति की स्वाभाविक पहल है, लेकिन वह शालीन और तर्कसंगत होने चाहिए
जनादेश एक्स्प्रेस ब्युरो: गुजरात के नवसारी की एक अदालत ने 2017 के एक मामले में कांग्रेस विधायक अनंत पटेल पर 99 रुपये का जुर्माना लगाया है। पटेल पर छात्रों के विरोध के दौरान नवसारी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति के कक्ष में घुसकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चित्र को फाड़ने का आरोप लगाया गया था।
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वीए धधल की अदालत ने वंसदा (एसटी) सीट से विधायक पटेल को आईपीसी की धारा 447 के तहत आपराधिक अतिचार का दोषी पाया। जलालपुर पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत पटेल और युवा कांग्रेस के सदस्यों सहित छह अन्य के खिलाफ 2017 में मामला दर्ज किया था।
अदालत ने तीनों अभियुक्तों को आपराधिक अतिचार का दोषी पाया और उन्हें 99 रुपये का जुर्माना भरने का आदेश दिया। ऐसा नहीं करने पर उन्हें सात दिनों के साधारण कारावास की सजा काटनी होगी। हालांकि, बचाव पक्ष ने दावा किया कि प्राथमिकी राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम थी।
इसे राजनीतिक प्रतिशोध कहने से अपराध कम नहीं होंगे। राजनेताओं को इस प्रकार की मानसिकता से बचना चाहिए। यहां सवाल नरेंद्र मोदी का नहीं है, सवाल राजनीतिक आदर्शों, कानून की मर्यादा और सामाजिक आचरण का है।
आरोप-प्रत्यारोप राजनीति की स्वाभाविक पहल है, लेकिन वह शालीन और तर्कसंगत होने चाहिए। दुर्भाग्य से, राजनेता कभी-कभी असंसदीय और अवैध व्यवहार में लिप्त हो जाते हैं, जिसमें अपनी राजनीतिक विरासत को चमकाने के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग के साथ साथ असंसदीय और गैरकानूनी आचरण भी करते आ रहे हैं। अब समय आ गया है कि इन राजनेताओं को अपने आचरण पर अंकुश लगाना होगा, अन्यथा देश की अदालतें उन्हें कानून का पाठ पढ़ाने के लिय कृतसंकल्प है।
राहुल गांधी की मानहानि मामला देश की राजनीति और राजनेताओं के आचरण के लिए एक नया मानक स्थापित करने की दिशा में एक नई पहल है।
समय बदल रहा है। अब देश की जनता सोशल मीडिया के कारण अपने अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक है, उन्हें भ्रमित करना इतना आसान नहीं है। जनता अब नेताओं की कथनी और करनी में फर्क को पहचानती है।