गुठनी/सन्नी ।गुुठनी थाना क्षेत्र के देवरिया में रविवार की रात अबैध हथियार से लैस डकैतों ने परिजनों को बंधक बनाकर डकैती की घटना को अंजाम दिया। डकैती की घटना के बारें में बताया जाता है पूर्व बीडीसी सदस्य सुमित्रा देवी के यहाँ डकैती की घटना हुआ। बर्तमान में उनके देवर और देवरिया निवासी सुनील कुमार मिश्र अपने घर के बरामदे में सोये हुए थे।रात करीब 12 बजे 10 की संख्या में पहुँचे डकैतों ने उन्हें जगाया।और घर का मेन गेट खोलने को कहा। परिजन कुछ समझ नही सके और उन्हें लगा कि कोई परिचित होगा।जब पहचानने में असर्मथ हुए तो दरवाजा खोलने से मना कर दिए।परिजनों का कहना है कि जब मैंने गेट खोलने के आनाकानी किया तो डकैतों ने बन्दूक हमला कर बन्दूक की बट से हमला कर परिजनों को घायल कर दिया।और परिजन बेहोश हो गए जब उन्हें होश आया देखा की डकैतों ने उन्हें पास की कोठरी में बन्द कर दिया है ।और घर के बाहर बॉस के सहारे घर मे प्रवेश कर कुंडी खोल कर सभी चोरों को घर मे प्रवेश करा दिए। उस वक्त घर की कुछ अन्य महिलाएं अपने कमरे में सोई हुई थी जिनके साथ चोरों ने अभद्रता किया और उन्हें गोली मारने की धमकी देते हुए उनके ऊपर बन्दूक तान दिया और बगल के कमरे में बंद कर दिया।परिजनों के मुताबिक चोरों की संख्या दस के आस पास थी। जो घर के हर कोने को लगभग 40 मिनट तक खंगाला और पास वाले खेत से बाहर निकल गए।परिजनों का कहना है कि घर के अंदर रखे 7 लाख रुपये के आभूषण,1 लाख नकद,मोबाइल, कपडे, व अन्य कीमती बस्तुओ को डकैतों ने लूट लिया। वही पीड़ित सुनील कुमार मिश्र की पत्नी बिमला देवी के गले से सोने का चैन व झुमका भी डकैतों ने छीन लिया।जब इसका विरोध मेरी पत्नी बिमला और बेटी आकांशा ने किया तो डकैतों ने उन्हें मारपीट कर घायल कर दिया। अंत मे परिजनों ने गांव में जाकर शोर मचाया तो सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण घटना अस्थल पर एकत्रित हो गए और इसकी सूचना फ़ोन से गुठनी थानाध्यक्ष दिलीप कुमार को दिया।मौके पर पहुचे गुठनी थानाध्यक्ष दिलीप कुमार, मैरवा प्रभाग के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार व मैरवा पुलिस ने परिजनों से घंटो पूछताछ किया। लेकिन गोठनी पुलिस घटना के घण्टो बाद भी खाली हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और डकैतों तक पहुचने में नाकाम रही।सूत्रों की माने तो थानाध्यक्ष गोठनी कभी भी रात्रि गस्त पर नही निकलते जिससे अपराधियो के हौसले बुलंद है। लूट की इतनी बड़ी घटना घण्टो चलती रही फिर भी गोठनी थानाध्यक्ष को भनक तक नही लगी।यह पुलिसिया खौफ का जीता जागता प्रमाण है। ग्रामीणों का कहना है कि गोठनी थानाध्यक्ष का जब भी सीयूजी नम्बर लगाने का प्रयास किया जाता है तो ज्यादातर बन्द ही बताता है।किसी भी चेकपोस्ट या भीडभाड इलाको में साम को पुलिस का गस्त नही दिखता अगर पुलिस गश्त करती तो आज डकैतों का हौसला इतना बुलन्द नही होता और इतनी बड़ी लूट की घटना क्षेत्र में नही घटती। आपको बता दे कि एक माह में गोठनी थाना अंतर्गत यह दूसरी घटना लूट की घटना है। घटना रविवार सोमवार की मध्यरात्रि की है फिर भी पुलिस का सोमवार दिन के 2 बजे पहुचने और उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है ।घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने गोठनी मैरवा मार्ग को जब जाम किया तब पुलिस अधीक्षक काँतेश मिश्र के निर्देश पर डाग स्वाट टीम के प्रभारी अशोक कुमार व कास्टेबल व्यासी राम मौके पर पहुच घण्टो सघन तलासी किया लेकिन कोई सुराग नही मिला।दिन के 3 बजे के आस पास एसपी सिवान काँटेश मिश्र घटना अस्थल पर पहुंच पीड़ित परिजनों से मुलाकात किये और सड़क जाम को डकैतो को जल्द गिरफ्तार करने की बात कहते हुए खाली कराए।एसपी ने भी घण्टो लोगो से पूछताछ किया और बारीकी से समझने का प्रयास किया।
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