जनादेश/ब्यूरो पटना —
नीतीश कुमार और उपेन्द्र कुशवाहा के बीच राजनीतिक सरगर्मी और ज्यादा बढ़ गई है. राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के नेता ने कहा कि वह बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बयान से दुखी हुए हैं कि कुशावाहा के बयान की कोई महत्ता नहीं है. कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से इस मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही है ताकि चीजें स्पष्ट हो जाएं.
अंग्रेजी अखबार ‘द टाइम्स आफ जनादेश ‘ की रिपोर्ट के अनुसार, कुशवाहा ने कहा, ‘मैं अमित शाह जी को इस मामले में दखल देने के लिए लिख रहा है, ताकि वह बिहार के सीएम की टिप्पणी के मुद्दे पर एक मीटिंग करें ताकि चीजें स्पष्ट हो सकें.’
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू, रालोसपा और बीजेपी, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा हैं. गौरतलब है कि शनिवार को यहां एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश से कुशवाहा द्वारा उनके बारे में दिये गये वक्तव्य पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने (नीतीश) कहा था कि कहां सवाल जवाब का स्तर इतना नीचे ले जा रहे हैं.
इससे पहले रालोसपा प्रमुख ने आरोप लगाया था कि,’नीतीश कुमार जी मुझे ‘नीच’ कहते हैं. मैं इस मंच से बडे भाई नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि उपेंद्र कुशवाहा इसलिए ‘नीच’ है, क्योंकि वह दलित, पिछड़ा और गरीब नौजवानों को सुप्रीम कोर्ट में जज बनाना चाहता है’. हम पिछड़ा व अति पिछड़े की बातों और उनके हितों को उठाते हैं इसलिए ‘नीच’ हैं. सामाजिक न्याय की बात करते हैं इसलिए उपेंद्र कुशवाहा ‘नीच’ है. गरीब घर के बच्चे कैसे पढे, इसके लिए अभियान चलाते है तो क्या उपेंद्र कुशवाहा इसके लिए ‘नीच’ है.’
उन्होंने कहा, ‘उपेंद्र कुशवाहा सम्मान के लिए राजनीति करता है. उपेंद्र कुशवाहा जनता के लिए राजनीति करता है.’ कुशवाहा के गत बुधवार को पटना के रवींद्र भवन में सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार को ‘बडा भाई’ बताते हुए यह दावा किया था कि राजग में आने के बाद उनसे एक बार हुई व्यक्तिगत मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा था कि 15 साल मुख्यमंत्री रहना बहुत होता है, अब मन संतृप्त हो चुका है.