सीवान ।दारौंदा थाना क्षेत्र के मोमाखवपुर, रसूलपुर बनपुरा, नैनपुर गांव में 200 भेड़ की अज्ञात विमारी के कारण मौत हो गई है।
सूत्रों का कहना है कि महेश पाल, शिवनाथ पाल,हरिनाथ पाल,रामराज पाल के पास लगभग 600 सौ भेड़ थे।उपर्युक्त लोग भेड़ को चराने के लिए गाँव के बगल चौर में चराने के लिए ले गए थे।जहाँ भेड़ के चरने के दौरान ही एक-एक कर गिरने लगी और कुछ देर बाद उनके मुँह से खून भी गिरने लगा।भेड छपरा जिले के रसूलपुर थाना क्षेत्र के मोमखोपुर निवासी महेश पाल , शिवनाथ पाल, हरिनाथ पाल दूधनाथ पाल एंव रामराज पाल की है पशुपालन विभाग एकमा एंव दारौदा के कर्मचारी बीमार एंव बचे भेड का इलाज कर रहे हैं । भेड़ चराने वाले लोग इस तरह की घटना को देख कर दंग रह गए।जब भेड़ मरने लगी तो पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया।जब इसकी सूचना दरौंदा पशुपालन विभाग पशु चिकित्सक को हुआ तो घटना स्थल पर पहुंच बाकी के जीवित भेड़ का इलाज किए।इस संबंध में दारौदा पशुचिकित्सक संजय कुमार कौशिक ने बताया कि घटना स्थल एकमा टीभीओ क्षेत्र के अधीन आता है इसके बावजूद बीमार एंव बचे भेड़ों को इलाज की जा रही है । मरे हुए भेड़ों को एकमा में पोस्टमार्टम होगी। तब जाकर मरने की सही जानकारी मिलेगी वैसे संभावना हैं कि जहरीले घास खाने से मौत हुई हैं ।फिलहाल सभी भेड़ों के इलाज में दारौदा एंव एकमा के विभाग के कर्मचारी जुटे हुए हैं