सार्थक के न्याय के लिए सड़कों पर उतरे कई संगठन, पुलिसिया कार्यवाही से आम जन दिखे असंतुष्ट

जनादेश/छ्परा:- शहर के चर्चित डाक्टर सजल कुमार के भतीजा सार्थक शेखर उर्फ गोलू के अपहरण के बाद हत्या प्रकरण में दिनों दिन कार्यवाई की मांग तेज होती जा रही है ।मासूम सार्थक की हत्या के विरोध में छपरा के लोगों का रोष बढ़ता जा रहा है. पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर लोग, लगातार हर रोज प्रदर्शन कर रहे हैं. इस हत्याकांड के विरोध में सोमवार को छ्परा की सड़कों पर हज़ारों लोग उतरे. जिसमें शहर के विभिन्न संगठनों ने आईएमए के नेतृत्व में सदर अस्पताल से लेकर थाना चौक होते हुए नगरपालिका चौक तक शांति मार्च निकाला. इस मार्च में जिले भर के हज़ारों से अधिक लोग मौजूद थे. इस दौरान छपरा के दर्जनों डॉक्टर, व्यवसायी, शिक्षक व अन्य पेशे के लोग, मौन होकर इस शांति मार्च में सम्मिलित हुए. जिसके बाद इन लोगों ने नगरपालिका चौक पर एकदिवसीय धरना दिया. लोगों का कहना है कि सार्थक का शव मिले 4 दिन से भी अधिक हो गए हैं, लेकिन पुलिस अभी तक किसी खास मुकाम तक नहीं पहुंची है. सार्थक के कातिलों को जल्द से जल्द गिरफ्तार की मांग को लेकर यह लोग सड़कों पर उतरे. साथ ही बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी विधि व्यवस्था पर लोगों ने कई सवाल खड़े किए.

मासूम सार्थक की हत्या से पूरा सारण मर्माहत है. इन संगठनों का कहना है कि वह बार बार आंदोलन करने पर मजबूर हैं, पुलिस ने अभी तक कोई उचित कदम नहीं उठाया है. पुलिस के पास सभी संसाधन मौजूद हैं. यह बातें अपने संबोधन में डॉक्टर शालिग्राम विश्वकर्मा ने कहा, उन्होंने कहा कि असली हत्यारा अभी भी फरार है. पुलिस जिन्हें भी गिरफ्तार कर रही है उस गिरफ्तारी से परिजन बिल्कुल सन्तुष्ट नहीं हैं.

कार्यवाई नहीं होने पर 31 को सारण बन्द का आह्वाहन

इसको लेकर स्वच्छ छ्परा अभियान के प्रतिनिधि ने बताया कि यदि 31 तारीख से पहले यदि सारण पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की, तो 31 जनवरी को पूरा सारण बंद किया जाएगा और इस आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा. ताकि पुलिस प्रशासन उचित कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि हमारे घर में भी छोटे-छोटे बच्चे हैं वह भी डरे हुए हैं, हमें भी अपने बच्चों के चिंता सताती है हम भी अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं. इस धरने के दौरान समाज में बढ़ते अपराध को लेकर चिंता मनन किया गया.विभिन्न संगठनों के लोगों ने कहा कि सारण ऋषि मुनियों की धरती रहा है.लेकिन इन दिनों यहां काफी अपराध बढ़ गया है.हमें अपने समाज को अपराधी बनने से रोकना होगा इसके लिए शिक्षा पर जोर देना चाहिए.

जिसके बाद सोमवार की शाम आईएमए के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और सारण एसपी हरकिशोर राय को मेमोरेंडम सौंपा जिसमें उन्होंने तीन मांगे रखी. पहली मांग ये कि सार्थक के असली हत्यारे को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाय, दूसरी मांग अपराधियों को पकड़ कर उनके खिलाफ स्पीड ट्रायल करके जल्द से जल्द सजा दिलायी जाय साथ ही पुलिस अब लोगों को यह सुनिश्चित करे कि आगे से ऐसे कोई सार्थक नहीं होगा. यानी कि सार्थक के साथ जो हुआ वो ण किसी के साथ न हो. यदि पुलिस ने 31 से पहले उचित कार्यवाई नही कि तो 31 जनवरी को पूरा सारण बन्द का आव्हान किया जाएगा. इस आंदोलन में आइएमए के साथ, सारण ज़िला सोनार महासभा, बिहार हेल्थ सर्विसेस संगठन, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, पश्चमीमोत्तर बिहार चैंबर ऑफ कमर्स, सारण होमियोपैथिक ऑर्गनाइसशन, सारण कोचिंग एसोसिएशन, छ्परा बार कौंसिल, ब्याहुत महासभा के साथ कई और संगठनों के सबसे बड़े संख्या में खड़े हैं.