नेकी का हिसाब
जनादेश/नई दिल्ली: दोपहर के साढ़े तीन बज गये हैं। सरकारी दफ्तर में गहमा-गहमी बनी ही हुई है। सबको अपने काम की जल्दी पड़ी हुई है। साहब के कमरे के बाहर नेमप्लेट लगी है, युधिष्ठर लाल, तहसीलदार। स्टाफ के लोग और विजिटर उनके कमरे में आ-जा रहे हैं। थोड़ी देर बाद कुछ फुर्सत मिल गयी, तहसीलदार […]